भाजपा में धमाकों का सिलसिला नहीं थम रहा, जबलपुर में टिकट वितरण के बाद उपजा भारी असंतोष, नगर अध्यक्ष के इस्तीफा के बाद नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने भी निर्दलीय लड़ने का किया ऐलान - khabarupdateindia

खबरे

भाजपा में धमाकों का सिलसिला नहीं थम रहा, जबलपुर में टिकट वितरण के बाद उपजा भारी असंतोष, नगर अध्यक्ष के इस्तीफा के बाद नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने भी निर्दलीय लड़ने का किया ऐलान







जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी में टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष से धमाकों का सिलसिला लगातार जारी है। 21 अक्टूबर को पार्टी के संभागीय कार्यालय में हुए जमकर उपद्रव के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मैराथन बैठकैं की लेकिन वे इसमें धीरज पटेरिया को ही शांत कर पाए। नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने रविवार की दोपहर पत्रकार वार्ता करके इस्तीफा की घोषणा कर दी। उसके चंद घंटे ही बीते थे कि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने भी निर्दलीय पर्चा भरने की ताल ठोक दी। कमलेश द्वारा सोमवार को पर्चा दाखिल किया जाएगा।

भारतीय जनता पार्टी में अंदरूनी तौर पर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ट्रांसप्लांट किए जाने वाले नेताओं और अपनों को उपक्रत करने की चाह में मैदानी कार्यकर्ता भारी नाराज है। पार्टी की तथाकथित अनुशासन शैली के चलते कुछ लोग कुंठित होकर पार्टी में गुजारा करने मजबूर हैं, तो कुछ अब अपने सर से पानी ऊपर जाने की बात सोच कर बगावती तेवर अपनाने लगे हैं।बड़े नेताओं में प्रभात साहू और कमलेश अग्रवाल के नाम इस समय प्रमुखता से सामने हैं। कमलेश अग्रवाल का यह दांव पार्टी की किसी रणनीति का हिस्सा है या फिर वाकई बगावती तेवर है? यह उनके पर्चा दाखिल करने के बाद और नाम वापसी के बीच तक के समय में तय हो जाएगा। हालांकि जो लोग पार्टी आला कमान के किसी दबाव में खामोश बैठ जाएंगे, वह भी चुनाव में कतई अनुकूल नहीं रहेंगे।




केंद्रीय मंत्री अमित शाह की जबलपुर में मैराथन बैठक के एक दिन बाद ही बीजेपी के महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने इस्तीफा देकर एमपी की राजनीतिक में धमाका कर दिया है।. साहू ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को इस्तीफा प्रेषित करते हुए इसकी जानकारी जबलपुर में प्रेस कांफ्रेंस करके दी। कहा जा रहा है कि पिछले दिनों बीजेपी के संभागीय दफ्तर में तोड़फोड़ के मामले में प्रभात साहू खिलाफ अलाकमान को शिकायत की गई थी. प्रभात साहू ने रविवार को अपने इस्तीफा का ऐलान करते हुए खुद को इस मामले में निर्दोष बताया और पार्टी आलाकमान के रवैये पर भी उंगली उठाई। साहू ने दुखी मन से कहा, "1980 से पार्टी से जुड़ा रहा। बहुत सारे अनुभव मिले है। 43 साल के सफर में बहुत से उतार- चढ़ाव देखे। पार्टी अध्यक्ष पद संभाला था, तब भी कुछ लोगों ने मेरे खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की।




इससे मैं आहत हूं




बीजेपी के नाराज नेता प्रभात साहू ने कहा कि 21 अक्टूबर को पार्टी के संभागीय कार्यालय में हुई विरोध की घटना का आरोप मेरे ऊपर लगा.21 अक्टूबर को प्रदर्शन करने वालों को हमारे केंद्रीय नेतृत्व अमित शाह जी से मिलवाया गया1 जिन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई होना थी,,उन्हें भाजपा कार्यालय में बुलाया गया.अमित शाह से पांच मिनट अलग से बातचीत करवाई गई1 जिन लोगों के कारण भारतीय जनता पार्टी के संभागीय कार्यालय में हंगामा हुआ, उन्हें बुलाकर आश्वासन दिया गया1इससे मैं आहत हूं1


हितानंद ने यह तक कह दिया

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि हंगामे को लेकर जबलपुर के एक बड़े नेता ने महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू की आलाकमान से शिकायत की थी1 शनिवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह की बैठक के दौरान प्रभात साहू की जमकर खिंचाई हुई1 प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने प्रभात साहू से यह तक कह दिया कि 17 नवम्बर के बाद आपको हटा दिया जाएग1 .इसी दौरान जबलपुर की उत्तर-मध्य सीट से टिकट कटने से नाराज भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया की मुलाकात केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी करवाई1.धीरज पटेरिया ने साल 2018 में भी बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था1